रेडियंट वे हादसे में घायल बच्ची के पिता बोले- सीएम के आदेश के बाद भी नहीं मिला इंसाफ

रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित स्कूल रेडियंट वे में हुए हादसे के दोषियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यह बातें कहीं घायल बच्ची के पिता डॉ सौमित्र त्रिवेदी ने। रविवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि सीएम भूपेश बघेल के निर्देश के बाद भी स्कूल या इवेंट कंपनी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। बच्ची की जान इस हादसे में नहीं, गई इसका यह मतलब तो नहीं कि जो हुआ वो कुछ कम था, क्या हम किसी और बच्ची के जान जाने का इंतजार करें, तब कार्रवाई होगी।
प्रशासन कार्रवाई करे नहीं तो पालक करेंगे स्कूल का बहिष्कार
डॉ सौमित्र के साथ आए अन्य पालकों ने कहा कि यदि इस मामले में सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो सभी पेरेंट्स मिलकर स्कूल का बहिष्कार करेंगे। घायल छात्रा के पिता ने कहा कि जवाबदारों को इस मामले में ऐसी कार्रवाई करनी चाहिए जिससे दोबारा किसी भी बच्चे के साथ ऐसा हादसा ना हो। उन्होंने आगे कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी ने इस मामले में एक्शन लेने की बात कही थी, मगर थाने में गए स्कूल प्रबंधन और इवेंट कंपनी के लोग तो आधे घंटे में छूट गए। इससे मैं अंदर से बेहद दुखी हूं, यह इंसाफ नहीं है।
जांच पर उठे सवाल
12 नवंबर को हुए स्कूल में नाइट कैंप के दौरान जिप लाइनिंग एडवेंचर गेम में बच्ची के गिरने के मामले में सीएम ने एसडीएम जांच कराने के निर्देश कलेक्टर को दिए थे। निर्देश के 11 दिन बाद न तो एसडीएम जांच के लिये स्कूल पहुंचे और न बच्ची के माता पिता से मिले। न तो उन उपकरणों को जब्त किया गया है, जिनसे दुर्घटना हुई और न ही पालकों की समस्याओं को लेकर उनसे कोई बातचीत की गई है। पालकों ने पूछा कि ये कैसी जांच है जिसे एसडीएम बंद कमरे में कर रहे हैं ? किसी से संपर्क ही नहीं किया जा रहा है ? अभी तक एसडीएम ने प्रिंसिपल से बयान नहीं लिया है ? प्रत्यक्षदर्शियों से बात नहीं की ?
बच्ची को दो महीने रहना होगा बेड रेस्ट पर
बच्ची के पिता डॉ सौमित्र त्रिवेदी ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि ऊँचाई से गिरने के कारण बच्ची की रीढ़ की हड्डी (स्पाइनल) में खून के थक्के जमा हो गए। उसे दो महीने तक कंप्लीट बेड रेस्ट देना होगा। रीढ़ की हड्डी में जरा भी दबाव खतरनाक होगा, बच्ची की एड़ी का एक केल्कीयम टूट गया, जिससे एक हड्डी दूसरे में घुस गई थी। 19नवंबर को इसका ऑपरेशन किया गया, पैर की एड़ी में मेटल रिटेक्टर लगाया गया है। कुछ दिन बाद उसे निकालकर फिर प्लास्टर होगा।