जभे देबे तभे टरन छेरछेरा! प्रदेश भर में मनाया जा रहा है छेरछेरा तिहार, सीएम बघेल ने दी शुभकामनाये

जभे देबे तभे टरन छेरछेरा! प्रदेश भर में मनाया जा रहा है छेरछेरा तिहार, सीएम बघेल ने दी शुभकामनाये

रायपुर | प्रदेश को लोकपर्व छेरछेरा शुक्रवार को मनाया जाएगा। पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन धान मांगने की परंपरा है। इस दिन सुबह से बच्चों और युवाओं की टोली सड़कों पर निकलेगी और घर-घर जाकर धान का दान मांगेगी। खासतौर पर कृषक परिवार इस मौके पर विशेष पूजा अर्चना करेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को छेरछेरा पुन्नी के दिन मठपारा दूधाधारी मंदिर में आयोजित ‘छेरछेरा जोहार’ कार्यक्रम में शामिल होंगे।

मान्यता ऐसी है कि छेरछेरा के दिन अनाज दान करने से घर में कभी अनाज की कमी नहीं रहती

यह त्योहार सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही मनाया जाता है। यह भी कहा जाता है कि प्राचीन समय में इस दिन रुपए-पैसे का दान नहीं किया जाता था। कृषि के क्षेत्र में प्रदेश में सबसे ज्यादा चावल का उत्पादन किया जाता है। इसके चलते यहां चावल और धान दान में देने की परंपरा है। कुछ-कुछ जगहों पर इस दिन लोग पैसे रुपयों का दान भी करते है। छेरछेरा में दान लेने वाले कोठार भरा रहने का आशीर्वाद देते है। ग्रामीण क्षेत्र में यह त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है, वहीं शहर में कई जगहों पर इसका भव्य आयोजन किया जाता है।

मुख्यमंत्री बघेल सुबह 10.45 बजे मंदिर पहुंचेंगे और वहां पूजा-अर्चना कर महंत रामसुंदर दास से छेरछेरा दान लेकर प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना करेंगे। मुख्यमंत्री कार्यक्रम में उपस्थित कलाकारों के साथ मंदिर के आस-पास के घरों से दान लेकर प्रदेश में सुपोषण अभियान को बढ़ावा देंगे। इस मौके पर प्रदेश मंत्री, सांसद, विधायक, महापौर और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। छेरछेरा पुन्नी जोहार कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ की लोक कला, संस्कृति, परम्परा, रीति-रिवाज, खान-पान, बोली-भाषा, वेश-भूषा और तीज-त्यौहारों के संरक्षण, संवर्धन और विकास के लिए संस्कृति विभाग और जनसंपर्क विभाग के संयुक्त तत्वाधान में किया गया है।