समर्थन मूल्य पर धान खपाने वालों के खिलाफ कार्रवाई, रायपुर से बस्तर तक हो रही छापेमारी

समर्थन मूल्य पर धान खपाने वालों के खिलाफ कार्रवाई, रायपुर से बस्तर तक हो रही छापेमारी

रायपुर.  छत्तीसगढ़ में तरफ धान के मुद्दे पर सियासत हो रही है, तो दूसरी तरफ किसान और प्रशासन के बीच टकराव के हालात हैं। चूंकि अब तक राज्य में धान खरीदी शुरू नहीं हो सकी ऐसे  में अन्य राज्यों से धान लाने, अन्य जिलों में धान ले जाने या छोटे स्तर पर खरीदी बिक्री के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। रायपुर संभाग से लेकर बस्तर संभाग तक, ऐसे कई मामले देखने सुनने को मिल रहे हैं।

खुद कलेक्टर ने मारा छापा

गरियाबन्द-ओड़िसा सीमा से लगे गाँवों छापामार कार्रवाई हुई। यहां बिचौलियों के घरो में कलेक्टर श्याम धावड़े,एसपी एम आर अहिरे ने छापा मारा। धोर्रा,भरुवामुडा गांवों में  5 ठिकानों पर दबिश देकर 3500 बोरा धान बरामद किया गया है। पक्के मकान के भीतर बैडरूम किचन से लेकर बरामदे में धान के बोरे ठूस ठूस कर रखे मिले। इस कार्यवाही के दौरान सभी खुद के रकबे में पैदावारी का दावा करते दिखे। कलेक्टर अपने साथ रकबों और धान उत्पादन का पूरा रिकॉर्ड लेकर चल रहे हैं। इससे मिलान करने पर बिचौलियों का दावा झूठा निकला।

धान फेंक कर चले गए ग्रामीण

सुकमा जिले में धान के मुद्दे पर जिला प्रशासन सख्त है। यहां साप्ताहिक बाजारों में चिल्हर धान खरीदी पर पाबंदी लगा दी गई। जिले के कोर्रा, पुसपाल और छिन्दगढ़ के साप्ताहिक बाजारों में गल्ले के व्यापारियों ने विरोध स्वरुप बुधवार को दुकानें नहीं लगाई। उनकी मांग है कि बाजारों में उन्हें धान खरीदने दिया जाए, या शासन खुद यहां दुकान लगाकर धान खरीदे। परेशान ग्रामीणों ने आज बाजार में ही धान फेंक दिया।

ट्रक समेत अवैध धान जब्त

बेमेतरा जिले में भी धान को अन्य जिलों में खपाने के लिए ले जाया जा रहा था। इसकी सूचना मिलते ही, जिला प्रशासन की टीम हरकत में आई। टीम ने  जानकारी पर कार्रवाई करते हुए 310 बोरी धान बरामद किया। नवागढ़ एसडीएम डी आर डाहीरे ने ग्राम रमपुरा के कोचिया विशेषर वर्मा और शिवशंकर वर्मा से यह धान जब्त किया गया । जिला प्रशासन की तरफ से किसानों को साफ निर्देश दिए गए हैं, कि जिले का धान जिले की मंडियों में ही बेचा जाए।