राष्ट्रीय बालिका दिवस विशेष : ‘सौम्य एक नई उड़ान’ किशोरवय लड़कियों को मासिकधर्म के प्रति जागरूक करने की एक पहल

बिलासपुर | मासिकधर्म शरीर में होने वाली एक सामान्य प्रक्रिया है, जिसे आज भी हमारे समाज में विशेषकर गाँवो में जागरूकता की कमी होने से एक अभिशाप की तरह देखा जाता है। पर अब इस मानसिकता को बदलने कुछ संस्थाऐं और समाजसेवी आगे आये है जिन्होंने इन रूढ़िवादी सोच को जड़ से मिटाने का बीड़ा उठाया। बिलासपुर की रहने वाली समाज सेविका सौम्य रंजीता गांव में रहने वाली किशोरवय लड़कियों और छात्राओं की समस्या समझी और स्वयं ही स्कूलों में जाकर स्कूली छात्राओं को मासिक धर्म के बारे में जागरूक किया और उन्हें मुफ्त में सैनेटरी पेड भी मुहैया कराई है।
मासिक धर्म: अभिशाप नही वरदान है – सौम्य रंजीता
‘मासिक धर्म: अभिशाप नही वरदान है’ यही कहना है सौम्य रंजीता का। वे आगे कहती है, ‘क्षमा चाहूँगी ये शब्द पढ़कर आपके चेहरे में एक घिन सी भावना उत्पन्न हुई होगी, किन्तु क्या आप जानते है ये एक प्राकृतिक नियम है जो हर माँ और बहन को प्रत्येक माह होता ही है, हम सब के मन मे बैठे इस मिथ्या को दूर करने एवं बच्चो को जागरूक करने आज से हम एक नए मुहिम का शूरुवात किया – सौम्य एक नई उड़ान……..।
जब उनसे पूछा गया कि आपको सौम्य एक नई उड़ान…….. की प्रेरणा कहाँ से मिली तो वे बताती है, ‘मै नर्सिंग स्टूडेंट थी तो उस समय से ही मेरे मन मे सेवा भाव था। लोगो को जागरुक करती थी। लेकिन इस माह (जनवरी 2020) से मै इसको बडे स्तर से कर रही हुँ और मेरी कोशिश है कि हर दिन 2 शासकीय शालाओं में जाकर जागरूक करुँगी। पेशे से नर्स सौम्य रंजीता ने गुरु घासीदास विश्वविद्यालय से स्नातक किया है।
सौम्य रंजीता मासिकधर्म के बारे में जागरूक तो कर ही रही है साथ में मासिकधर्म के समय साफ सफाई और पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द के निवारण के लिए योग करना भी सीखा रही है। पीरियड्स के दौरान खान पान के बारे में भी सारगर्भित जानकारी भी छात्राओं से साझा करती है। इतना ही नहीं वे छात्राओं को बुरे स्पर्श के बारे में जागरूक कर रही है।
उनके इस पहल में वरिष्ठ समाज सेविका देबाजनी मिश्रा, शा. मा. शाला डंगनिया की शिक्षिका चुन्नी मौर्य, शा. उ. मा. शाला हेमुनगर की शिक्षका डॉ प्रीति मित्तल, गरिमा वार्ष्णेय, अंकिता, प्रेमा यादव (पार्षद अजय यादव), लव गुप्ता (अमृत मेडिकल स्टोर) के सहयोग से सफलतापूर्वक कार्यक्रम का सञ्चालन किया गया। जिसमे छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और उनकी जिज्ञासाओ का भी समाधान किया गया।