निकाय चुनाव 2019आज 16 साल बाद बैलेट पेपर से मतदान होगा, भाजपा और कांग्रेस का सीधा मुकाबला

निकाय चुनाव 2019आज 16 साल बाद बैलेट पेपर से मतदान होगा, भाजपा और कांग्रेस का सीधा मुकाबला

रायपुर(एजेंसी) | प्रदेश में शहरी सत्ता के लिए शनिवार को मतदान होगा। वोटर्स प्रदेश के 151 नगरीय निकायों के लिए 2840 वार्डों के लिए पार्षदों का चुनाव करेंगे। साथ ही दो नगरीय निकायों बिरगांव और भिलाई के तीन वार्डों में उपचुनाव में पार्षद चुने जाएंगे। हालांकि, कांग्रेस और 15 साल बाद विपक्ष में बैठी भाजपा के बीच सीधा मुकाबला होगा, लेकिन पहली बार कई शहरों में त्रिकोणीय मुकाबले की भी स्थिति बन रही है।

जोगी कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और निर्दलीय उम्मीदवारों के कारण कई स्थानों पर मुकाबले के त्रिकोणीय होने के आसार हैं। पहली बार निकाय चुनाव में जोगी कांग्रेस और आदमी पार्टी अपना भाग्य आजमा रही है। दोनों दलों के उम्मीदवारों का परफार्मेंस चाहे जैसा हो, लेकिन मार्जिनल जीत-हार वाले सीटों पर ये नतीजों को प्रभावित करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

आंकड़ा फिलहाल कांग्रेस के पक्ष में

विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के साथ सत्ता में आने के बाद पहली बार कांग्रेस के नेतृत्व में लोकल बॉडी के चुनाव हो रहे हैं। विपक्ष में रहते हुए 2009 में 5 नगर निगमों में जीतने वाली बीजेपी को 2014 में चार सीटों पर रोकते हुए कांग्रेस 4 सीट जीतने में सफल रही थी। हालांकि, निकाय चुनाव का आंकड़ा फिलहाल कांग्रेस के पक्ष में हैं और विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने भारी बहुमत से जीत दर्ज की है। इसके बावजूद कांग्रेस के सामने विधानसभा चुनाव के परफार्मेंस को दोहराने की चुनौती होगी, क्योंकि विधानसभा के तत्काल बाद हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जबर्दस्त वापसी करते हुए 11 में से 9 सीटें जीती थी। फिलहाल, राज्य के 6 नगर निगम, 20 नगर पालिका और 52 नगर पंचायतों में कांग्रेस काबिज है।

बदली व्यवस्था : 16 साल बाद फिर बैलेट पेपर 

1994 में महापौर-अध्यक्षों का निर्वाचन पार्षदों के जरिए होता था। इसके बाद व्यवस्था बदली और फिर 1999 से महापौर और अध्यक्ष के सीधे चुनाव होने लगे। इसी तरह प्रदेश में पहली बार 2003 में निकाय चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल हुआ था, जबकि इससे पहले बैलेट पेपर से मतदान होता था।

गूगल पर अपडेट 

पहली बार राज्य निर्वाचन आयोग ने शहरी सत्ता के चुनाव को गूगल से लिंक किया है। इसके जरिए कहां कितने वोट पड़े डेटा अपडेट होता रहेगा। उम्मीद की जा रही है कि शहरी क्षेत्रों को छोड़कर कस्बों से भी देर रात तक मतदान के आंकड़े मिल जाएंगे।

वोटर पर्ची से डाले जा सकेंगे वोट

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि वोटर पर्ची से भी मतदाता वोट डाल सकेंगे। इसमें मतदाता का फोटो भी होगा। वोटर पर्ची होने पर चुनाव आयोग द्वारा दिए पहचान पत्रों के 17 विकल्पों की जरूरत नहीं होगी, जैसे आधार कार्ड मतदाता कार्ड आदि।

ऐसे सर्च करें आयोग की साइट पर अपना नाम राज्य निर्वाचन की साइट
cgsec.gov.in सीजीएसईसी डॉट जीओवी डॉट इन पर वोटर सर्च लिंक जहां लिखा है, वहां क्लिक करना होगा। क्लिक करने पर लिंक ओपन होगा, इसमें अपने जिले निकाय और वार्ड का क्रमांक भरना होगा। इसके बाद संबंधित वार्ड की मतदाता सूची में नाम और सरल क्रमांक के आधार पर पर्ची देखी व प्रिंट आउट ले सकते हैं।