छत्तीसगढ़: ओबीसी आरक्षण के लिए कल छत्तीसगढ़ महाबंद, लेकिन कुछ संगठनों ने समर्थन लिया वापस

छत्तीसगढ़: ओबीसी आरक्षण के लिए कल छत्तीसगढ़ महाबंद, लेकिन कुछ संगठनों ने समर्थन लिया वापस

रायपुर (एजेंसी) | 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण के पक्ष में कल छत्तीसगढ़ बंद बुलााया गया है. बंद का आह्वान छत्तीसगढ़ आरक्षण मंच की ओर से बुलाया गया है. ओबीसी महासभा की ओर से बुलाए गए इस बंद को एससी, एसटी वर्ग ने समर्थन किया है. लेकिन इस बीच बंद को लेकर दो प्रेस नोट जारी कर दिया गया है. एक बंद के समर्थन में, दूसरा बंद स्थगित किए जाने को लेकर।

हालांकि ज्यादातर संगठनों ने यह साफ कर दिया है कि ओबीसी आरक्षण के ख़िलाफ़ कोर्ट जाने वाले सवर्णों के ख़िलाफ़ 13 नवंबर को प्रस्तावित बंद यथावत है। बंद बुलाने वालों की ओर से जारी किए प्रेस विज्ञप्ति में छत्‍तीसगढ़ ओबीसी महासभा के अध्‍यक्ष सगुनलाल वर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, जनजाति व अल्पसंख्यक महासंघ के द्वारा 13 नवंबर दिन बुधवार को पिछड़ा वर्ग के 27% आरक्षण के समर्थन में छत्तीसगढ़ महाबंद के आह्वान पर छत्तीसगढ़ साहू समाज के प्रदेश के अध्यक्ष अर्जुन हिरवानी, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ व प्रगतिशील सतनामी  समाज के अध्‍यक्ष एलएल कोशले, आदिवासी समाज के संरक्षक पूर्व आईएएस नवलसिंह मंडावी,  ओबीसी महासंघ के प्रदेश संयोजक कांति साहू, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ हमित उल्ला खान, बंटी (शातनु) साहू  संयोजक पिछड़ा वर्ग ने संयुक्‍त रूप से आंदोलन को समर्थन दिया है। श्री वर्मा ने कहा कि ओबीसी महाबंद में प्रदेश के 19 संगठनों समर्थन दिया है. एक मात्र संगठन ने अपना समर्थन वापस में लेकर समाज विरोधी होने की मानसिकता को उजागर किया है। उन्‍होंने बताया कि प्रदेश के 27 जिलों में बंद को सफल बनाने के लिए जिला संयोजकों तैयारियां पूरी कर ली गई है। आंदोलन को सभी सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक, युवा व छात्र संगठनों का भरपूर समर्थन मिल रहा है. बंद को सफल बनाने के लिए राजधानी के कलेक्‍टर चौक स्थित बाबा साहब डॉं. अंबेडकर के प्रतिमा स्‍थल पर सुबह 9 बजे से ही विरोध्‍ प्रदर्शन शुरू कर दिया जाएगा.

इधर एक प्रेस नोट बंद स्थगित होने को लेकर भी जारी किया गया है. यह प्रेस नोट मनवा कुर्मी समाज के अध्यक्ष डॉ. रामकुमार सिरमौर की ओर से जारी हुआ है. इस प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर दिए फैसले के बाद अमन और शांति कायम रखने फिलहाल सभी प्रकार के धरना-प्रदर्शन और आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है. इसी मद्देनज़र छत्तीसगढ़ बंद को भी अभी हमने स्थगित करने का निर्णय लिया है.

वहीं इस पूरे मामले में रायपुर पुलिस से हमने संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन एसएसपी ने फोन नहीं उठाया, एएसपी सिटी ने जवाब नहीं दिया और एएसपी ग्रामीण ने कहा कि सिटी से बात करो. लग रहा पुलिस भी दुविधा की स्थिति में है. लेकिन आंदोलनरत् संगठनों साफ कर दिया है कि 13 नवंबर को छत्तीसगढ़ बंद रहेगा.