दुर्ग / भाजपा ने प्रदेश को भेजी सूची, पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ने वाले 20 बागी कांग्रेसी प्रत्याशियों छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित

छत्तीसगढ़ : में नगर निकाय चुनाव को लेकर बागी अपने तेवर अपनाए हुए हैं। इसको लेकर जहां भाजपा अभी असमंजस में है, वहीं कांग्रेस ने सख्त रूख अख्तियार कर लिया है। दुर्ग में पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ने वाले 20 बागी प्रत्याशियों और उनके पतियों को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अन्य बागियों को लेकर भी आदेश जारी कर दिया है कि बगावत उन पर भी भारी पड़ सकती है। ऐसे बागियों का समर्थन करने वाले कांग्रेसियों पर भी पार्टी की नजर है।
निर्देशन पत्र भरा और नाम वापस नहीं लिया, वह स्वयं ही निष्कासित समझें
प्रदेश कांग्रेस की ओर से आदेश में यह भी कहा गया है कि जिन कांग्रेसियों ने दुर्ग सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहे निकाय चुनाव के दौरान नाम निर्देशन पत्र भरा और नाम वापस नहीं लिया है और न ही लिखित में पार्टी के प्रत्याशी के समर्थन में बैठने का पत्रक दिया है। वे स्वमेय पार्टी से निष्कासित समझे जाएंगे। इन पर नजर रखने के लिए संगठन के सभी प्रकोष्ठ सक्रिय हो जाएं और उनकी सूची बनाकर पार्टी के जिला संगठन को भेजे। इधर भाजपा में अब तक बागियों पर कार्रवाई को लेकर कुछ भी तय नहीं हो पाया है। जिला कमेटी ने प्रदेश संगठन को बागियों की सूची भेजी है।
वार्डों में समीकरण बिगाड़ रहे थे, इसलिए जल्दी कार्रवाई
राजनीतिक गलियारे में इस बात की चर्चा है कि कांग्रेस ने इस बार चुनाव से ठीक पहले कैसे बागियों के खिलाफ कार्रवाई कर दी? इस सवाल का जवाब एक कांग्रेसी नेता देते हैं। कहते हैं कि बागी चुनाव लड़ने वाले नेता लगातार वार्डों में समीकरण बिगाड़ रहे थे। कार्यकर्ताओं को पार्टी विरोधी कार्य करने के लिए भड़का रहे थे। यहां तक विरोधी दलों को पार्टी के अंदरूनी मामलों की जानकारी भी दे रहे थे। इधर भाजपा ने भी बगावत करने वालों की सूची बना ली है। जल्द ही कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
कांग्रेस के सिटिंग पार्षदों का भी हुआ निष्कासन
वर्तमान में जो पार्षद हैं और टिकट कटने के बाद वे निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं। उनमें भास्कर कुंडले, विभा नायक शामिल हैं। उनके अलावा कुलेश्वर साहू ने पिछले दिनों ही कांग्रेस की सदस्यता ली, लेकिन टिकट नहीं मिलने से उन्होंने अपनी पत्नी को निर्दलीय मैदान में उतारा। उन्हें भी निष्कासित किया गया। पूर्व पार्षदों में अमृत लोढ़ा को भी पार्टी ने निष्कासित कर दिया गया है।
भाजपा में चुनाव से पहले ही कार्रवाई की है तैयारी
इस मामले में बीजेपी का जिला व प्रदेश संगठन भी कार्रवाई की तैयारी में है। स्पष्ट किया है कि नगरीय निकाय चुनाव से पहले ही इस बार बागियों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। पार्टी ने अलग-अलग स्तर पर बागियों से बात भी की। उन्हें मनाने का भी प्रयास किया, नहीं मानने पर अब उन पर कार्रवाई की तैयारी है। जिला संगठन ने सभी निर्दलीय चुनाव लड़ने वालों के नाम की सूची बनाकर प्रदेश संगठन को भेज दी है। जहां से कार्रवाई होनी है। भाजपाइयों ने बागियों को मनाने काफी प्रयास किया।