छत्तीसगढ़/ बारदानों की व्यवस्था ठीक नहीं होने पर,सीएस ने जताई नाराजगी, कहा- किसानों को परेशानी ना हो

छत्तीसगढ़/ बारदानों की व्यवस्था ठीक नहीं होने पर,सीएस ने जताई नाराजगी, कहा- किसानों को परेशानी ना हो

जगदलपुर : धान खरीदी को लेकर मुख्य सचिव आरपी मंडल की छापामार कार्रवाई लगातार जारी है। रविवार वे अचानक बस्तर संभाग के धान खरीदी केन्द्रों में पहुंचे। मंडल ने इस दौरान करंजी, छापर और भानपुरी की धान खरीदी केन्द्रों का जायजा लिया। वहां बारदानों की व्यवस्था ठीक नहीं होने पर मंडल ने नाराजगी जताते हुए किसानों को परेशानी नहीं होने के निर्देश भी दिए। इस दौरान खाद्य विभाग के सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह और राज्य सहकारी विपणन संघ की प्रबंध संचालक शम्मी आबिदी भी साथ थे।

निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव ने करंजी में बारदाने पर स्टम्पिंग (मार्का) ठीक नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने दोनों खरीदी केंद्रों में धान खरीदी की प्रक्रिया का अवलोकन किया और केंद्रों की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। मुख्य सचिव ने कहा कि धान खरीदी का काम राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। लगभग 75 दिन तक चलने वाले राज्य सरकार का किसानों के हित में यह महत्वपूर्ण कार्य एक दिसंबर से शुरू हो गया है जो आगामी 15 फरवरी तक चलेगा। मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि धान खरीदी बारदाने पर स्टेम्पिंग गलत ढंग से हो रहा है। खाद्य और राजस्व विभाग के अधिकारी उपार्जन केंद्रों में जाकर स्टेम्पिंग सही ढंग से कराएं।

उन्होंने कहा कि उपार्जन केंद्रों में किसानों को किसी भी प्रकार की तकलीफ न हो यह सुनिश्चित किया जाए। खाद्य सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह ने अधिकारियों को बताया कि खरीदी केंद्रों में किसानों द्वारा रखे गए धान की ढेरी सही हो। गुणवत्तापूर्ण व शासन द्वारा निर्धारित मापदंड के आधार पर ही खरीदी की जाए। प्रति बोरा तौल 40 किलोग्राम हो। उन्होंने स्टैगिंग और ड्रेनेज सिस्टम भी सही ढंग से बनाने के निर्देश दिए। इस दौरान राज्य सहकारी विपणन संघ की प्रबंध संचालक शम्मी आबिदी ने उपार्जन केन्द्र के लिए बारदाना आबंटन, भंडारण और बारदाने की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। उनके साथ बस्तर कमिश्नर अमृत कुमार खलखो, कलेक्टर डॉ अय्याज तम्बोली, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इंद्रजीत चंद्रवाल भी उपस्थित थे।

किसानों को परेशानी न हो इसका ख्याल रखना है

मुख्य सचिव ने दोनों केंद्रों में जांच के दौरान कहा कि धान खरीदी का काम राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। उन्होंने खाद्य और राजस्व विभाग के अधिकारियों से खरीदी केंद्रों में जाकर स्टैंपिंग सही ढंग से कराने और  उपार्जन केंद्रों में किसानों को किसी भी प्रकार की तकलीफ न होने देने के निर्देश भी दिए। मार्कफेड की एमडी शम्मी आबिदी ने खरीदी केंद्र के लिए बारदाना आबंटन, भंडारण और बारदाने की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। खाद्य सचिव कमलप्रीत सिंह ने अधिकारियों से कहा कि खरीदी केंद्र में किसानों द्वारा रखे गए धान के बाेरों की थप्पी सही हो। उन्होंने स्टेकिंग और ड्रेनेज सिस्टम भी सही ढंग से बनाने के निर्देश दिए।

गीदम में व्यवस्थाओं की तारीफ की

दंतेवाड़ा| मुख्य सचिव आरपी मंडल रविवार की शाम करीब 4 बजे सड़क मार्ग से गीदम पहुंचे। गीदम धान खरीदी केन्द्र में बारदाना आबंटन, अभी तक उपयोग हुए बारदानों की संख्या, शेष बारदानों की उपलब्धता सहित तमाम सारी जानकारियां ली। यहां के धान खरीदी केंद्र की व्यवस्थाओं को देख काफी खुश हुए। इसके लिए उन्होंने पूरी टीम की तारीफ भी की। किसानों का पंजीयन, अब तक की धान खरीदी, किसानों को भुगतान की स्थिति, किसानों के लिये आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता की जानकारी ली। धान के बोरे की सही तरीके से स्टेकिंग सुनिश्चित करने सहित बारदाने में ठीक ढंग से स्टंपिंग किए जाने अधिकारियों को कहा। उन्होंने हर एक धान खरीदी केन्द्रों में धान की ढेरी अवश्य लगाने को कहा, जिससे नए व पुराने धान सहित मिलावट की जानकारी हो सके। वहीं धान की ढेरी में नमी मापक यंत्र के जरिए धान की नमी की जांच की जा सके।

अधिकारियों ने उन्हें बताया कि गीदम धान खरीदी केन्द्र में 1 से 15 दिसम्बर तक 37 किसानों से 730 क्विंटल 80 किलो धान की खरीदी की गई है। दरअसल दंतेवाड़ा के सभी धान खरीदी केंद्रों में अफसरों का लगातार दौरा जारी है।