दंतेवाड़ा : 28 नक्सलियों ने किया सरेंडर, सरेंडर कर चुके साथी की अपील से हुए प्रभावित

दंतेवाड़ा : 28 नक्सलियों ने किया सरेंडर, सरेंडर कर चुके साथी की अपील से हुए प्रभावित

दंतेवाड़ा. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा में एक दो नहीं बल्कि पूरे 28 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। इनमें से कुछ नक्सलियों के ग्रामीणों के बीच रहकर मदद किया करते थे। कुछ काम पुलिस पर हमले की प्लानिंग करना था। सरेंडर करने वालों में 4 इनामी नक्सली भी शामिल हैं। इनकी पुलिस को लंबे अरसे से तलाश थी। इनमें दो लाख का इनामी मंगलू मड़कामी और एक-एक लाख इनाम वाले वामन कवासी, हांदा और  पोडियामी गंगी शामिल है।

कटेकल्याण इलाके में ग्रामीणों को डराकर रखने वाले नक्सली  हड़मा मंडावी ने 4 दिन पहले सरेंडर किया था। सरेंडर के बाद वह ग्रामीणों के बीच गया। उसने बताया कि नक्सलियों को जीवन बेहद बद्तर है। वह किसी का भला नहीं करते। गांव में हड़मा ने गोंडी बोली में भाषण दिया , नक्सलवाद की सच्चाई व सरकार की नीतियां बताईं, आग्रह किया कि जो भी मुख्य धारा से भटकें हैं मेरी तरह लौट आएं। इसके बाद इस क्षेत्र में यह सरेंडर हुआ।

दरअसल जिले के चिकपाल इलाके में हाल ही में नया कैंप शुरू किया गया है। इस कैंप में सुरक्षाबल के जवान रहते हैं। ग्रामीणों को जरुरी सुविधाएं देने की कोशिश होती है। साथ नक्सलियों के खिलाफ सख्त अभियान भी जारी है। यही वजह है कि बड़ी तादाद में नक्सली हिंसा के रास्ते को छोड़ अब मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं। 4 दिनों पहले यहां प्रशासनिक अधिकारियों ने कबड्‌डी प्रतियोगिता का आयोजन किया, ग्रामीणों के साथ भोजन भी किया था।

कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि चिकपाल काफी अंदरूनी व नक्सल प्रभावित गांव है। यहां कैम्प खुलने के बाद अब विकास के काम होंगे। यहां के गांवों में किस तरह और क्या- क्या काम हो सकते हैं इसकी रणनीति बनाई जा रही है। एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने दावा किया है कि नक्सलियों की कटेकल्याण एरिया कमेटी बहुत कमजोर पड़ चुकी है। इनका कहना है कैम्प खुलने के बाद इस इलाके के नक्सली लगातार सरेंडर करने पहुंच रहे हैं। आने वाले 6 महीने में यह इलाका पूरी तरह नक्सलमुक्त होगा।